Saturday, 21 June 2014

शिक्षक जमीन पर बैठ कर ,पेड़ के नीचे ,रेत पर उँगलियों से लिख कर , या फेसबुक पर कहीं भी पढ़ा ही लेता है - वह हर तरह से पढ़ाने का लक्ष्य लिये चलता है-पढना तथा पढ़ाना ही उसका धर्म !

No comments:

Post a Comment