Monday, 17 September 2018

माँ ,गुरु, पहलवानी के शिक्षक,जिम इंस्ट्रक्टर, मलखम्भ टेनर, जिम्नास्ट ट्रेनर, संगीत,ट्रेनर, वकालत ट्रेनर, शल्य चिकित्सा ट्रेनर, सोनार की विद्या सीखने का तो रास्ता दिल कड़ा कर श्रोत पहचान विश्वास कर आगे बढ़ना ही होगा।
श्रोत को खोजने, पाने, परखने, समझने का अधिकार तक तो आपको है,
इसके आगे -संशयात्मा विनश्यति।

No comments:

Post a Comment