Tuesday, 14 October 2014



प्लास्टिक के पाईप बिछाए ,समेटे ,खेती के खेत का रकबा बढ़ गया
बैल जो बिके ,खरीददार के घर भी न दिखे ,गोबर गाँव में ही घट गया .
पूरा का पूरा गाँव बुढा हुआ जा रहा,निर्जन ,जनानी , कच्चा बच्चा
जवानी सारी एक्सपोर्ट हुई ,झूठ सब कुछ हुआ ,गाँव खाता गच्चा

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