जी करता है ,कभी तो कोई कहे- जज नहीं होते तो क्या होता।
सुनता हूँ, पुलिस समय पर नहीं आई होती तो बड़ा हादसा हो जाता।
वे शिकायत करते हैं पुलिस समय पर क्यों नहीं पहुँची ।
काश, जज और न्यायालय से भी इतनी तो उम्मीद करते लोग।
सोच कर बताईये, क्या न्यायालय से इतनी उम्मीदें बची है कि स्वाभाविक रूप से लोग जज से, न्यायालय से उम्मीद बाँधे स्वेच्छा से आगे आते हैं।
सुनता हूँ, पुलिस समय पर नहीं आई होती तो बड़ा हादसा हो जाता।
वे शिकायत करते हैं पुलिस समय पर क्यों नहीं पहुँची ।
काश, जज और न्यायालय से भी इतनी तो उम्मीद करते लोग।
सोच कर बताईये, क्या न्यायालय से इतनी उम्मीदें बची है कि स्वाभाविक रूप से लोग जज से, न्यायालय से उम्मीद बाँधे स्वेच्छा से आगे आते हैं।
I wish a judge could be missed and felt by the society as much as a rescuer, diver, fireman, an army men, a doctor, an inventor, a thinker, a statesman, an experimentalist, a security guard, a chemical analyser and so on
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