Thursday, 6 June 2013

विभीषण पर बड़ा उपकार तो उसके बड़े भाई लंकेश ने किया, लंकेश द्वारा दीखाये अपमान के रास्ते ही विभीषण पाप-लंका से निकल सका, उसी संताप ने विभीषण के हृदय में लंका के प्रति विरक्ति तथा वराम के प्रति नव-प्रेम तीब्र किया जिसके फलस्वरूप हनुमान स्वयं विभीषण तक पहुँचे , राम ने विभीषण को संगति दी,अमरत्व प्रदान किया,। लंकेश , तुमने विभीषण पर बड़ी कृपा की।

DDD

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