साधनों की फेहरिस्त इतनी लम्बी है
तुम्हारी सोच से बहुत दूर तलक जाती है .
दादा -पोता बाप ,बेटा सब साधन
दादी पोती ,माँ-बेटी ,सब साधन .
औरत का हर रूप तो साधन था ही
पुरुष का भी हर रूप साधन .
नदी नाले ,खेत बहियार सब साधन
खर पतवार ,जड़ चेतन सब साधन .
हवा ,पानी ,धूप सब बन गये साधन
जंगल साधन , जंगली सब साधन
धरती के ऊपर साधन ,निचे साधन
हम भी तो साधन ,तुम भी हो साधन
साध्य सभी का,सब समय बस एक ही है
लोभ -लालच जिस पर हम सब एक ही हैं
हम सब की आँखों में हर वक्त बसा रहता है
वह लाल लोलुप लपलपाता लगातार लोभ
हम भी तो साधन ,तुम भी हो साधन
साध्य सभी का,सब समय बस एक ही है
लोभ -लालच जिस पर हम सब एक ही हैं
हम सब की आँखों में हर वक्त बसा रहता है
वह लाल लोलुप लपलपाता लगातार लोभ
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