मुजरा ,मैं नाचूँगा नहीं
राग दरबारी गाना मुझे आता नहीं
राग दरबारी गाना मुझे आता नहीं
मैं चंदबरदाई भी नहीं हूँ.
न भूषण भी नहीं
न भूषण भी नहीं
न मैं तुम्हारे सर का मुकुट
न तुम्हारे हाथ की तलवार
न तुम्हारे हाथ की तलवार
बहुत है सूखी दो रोटियां
घी के लिये बिकुं क्यूँ ?
घी के लिये बिकुं क्यूँ ?
जो बादशाहत नहीं माने
वह दिल है मेरा
वह दिल है मेरा
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