कितनी भी पुरानी क्यों न हो, गलत तो गलत है, जब समझ में आ गया कि गलत है तो उसे किसी भी आधार पर समाज, ब्यक्ति के बीच आश्रय नही दिया जा सकता।
उसे जाना पड़ेगा। उसे खदेड़ना पड़ेगा। उससे बचना ही पड़ेगा। उसको छोड़ना ही पड़ेगा।
क्रूर बनो और निश्चय कर गलत से पिंड छुड़ा ही लो। कितना भी कठिन हो तब भी।
कोई भी तुम्हारे अपने निश्चय से अधिक ताकतवर नहीं है।
उसे जाना पड़ेगा। उसे खदेड़ना पड़ेगा। उससे बचना ही पड़ेगा। उसको छोड़ना ही पड़ेगा।
क्रूर बनो और निश्चय कर गलत से पिंड छुड़ा ही लो। कितना भी कठिन हो तब भी।
कोई भी तुम्हारे अपने निश्चय से अधिक ताकतवर नहीं है।
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