Sunday, 13 December 2015

उन्होंनें पूछा, आप जीवन में इतना कैसे कर लिये - जबाब एक ही था - " थोड़ा-थोड़ा करके ".
उन्होंनें पूछा, आप जीवन में इतना कैसे चल लिये - जबाब एक ही था - " एक एक कदम चलके ".
उन्होंनें पूछा, आपने जीवन में इतनी बड़ी संस्था कैसे बना ली - जबाब एक ही था - " एक एक आदमी जोड़के ".
उन्होंनें पूछा, आप जीवन में इतना बड़ा धन संम्पत्ति का साम्राज्य कैसे पैदा कर लिये - जबाब एक ही था - " थोड़ा-थोड़ा करके , एक-एक पैसा का मोल समझ कर".
उन्होंनें पूछा, आप जीवन में इतने बड़े बड़े महल , पुल , बाँध , कल- कारखाने कैसे बना-बनवा लिये - जबाब एक ही था - " थोड़ा-थोड़ा करके, बस एक ईँट, एक मुठ्ठी सिमेंट , एक मुठ्ठी बालू का मोल समझ कर, पसीने की हर बूँन्द का मोल समझ कर, बस थोडी़ थोड़ी समझ और मेहनत कर".

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