Wednesday, 18 February 2015

मैं कोठरी दर कोठरी सूरज को जनम देती हूँ। और रोज ... मेरा सूरज यतीम होता है


सूरज को जन्म देने से पह
ले सूरज से दो चार होना पड़ता है!!
सूरज को जन्म देने वाली ही जानती हैं
--- वह क्या और कैसा था !!!!!

अमृता इमरोज़

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