तिजा़रत शौक से करो , सियासत भी करोगे ही
मेरे कहने से भी बाज नहीं आओगे इन दोनो से.
आहें मजबूरी बचपन हसरतें यदि बचा सको तो
यह एहसान तुम्हारा ताजिन्दगी तसनीम करूँगा
मेरे कहने से भी बाज नहीं आओगे इन दोनो से.
आहें मजबूरी बचपन हसरतें यदि बचा सको तो
यह एहसान तुम्हारा ताजिन्दगी तसनीम करूँगा
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