अपराध तो बहुतेरे प्रतिदिन करते रहते हैं , निःशंक करते हैं, पर आप सभी मिल कर उन्हें बचा लिया करते हो क्यों कि वे या तो आपके अपने होते हैं और आपकी ही सह पर उन्होंने अपराध किया हुआ होता है या फिर आप अपनों के साथ निर्लज्जता से खड़े हो उन्हें बचाने का उपक्रम करते हो .
कालक्रम में आप या आपके लोग सम्मानित भी हो जाते हैं , उनका पाप आप सब मिल कर धो डालते हो .
वे ही है अभागे जिनका आप जैसा कोई अपना सगा नहीं है, और जिनसे कोई अपराध हो गया है अथवा जिनसे अपराध करवा दिया गया है अथवा अपराध करवा लिया गया है.
आप ऐसे अभागों को अपने मन माफिक बर्ताव कर अपनी ध्वजा फहरा सकते हैं.
और मैं तो, या मेरे जैसे तो; और भी निरीह, अपराध न भी हुआ हो तो मेरे साथ या मेरे जैसों के साथ अपने मन माफिक बर्ताव कर अपने मन की कर ही सकते हैं ,आप सब को रोकने वाला कौन है , उपर वाला तो नीचे आने से रहा .
कालक्रम में आप या आपके लोग सम्मानित भी हो जाते हैं , उनका पाप आप सब मिल कर धो डालते हो .
वे ही है अभागे जिनका आप जैसा कोई अपना सगा नहीं है, और जिनसे कोई अपराध हो गया है अथवा जिनसे अपराध करवा दिया गया है अथवा अपराध करवा लिया गया है.
आप ऐसे अभागों को अपने मन माफिक बर्ताव कर अपनी ध्वजा फहरा सकते हैं.
और मैं तो, या मेरे जैसे तो; और भी निरीह, अपराध न भी हुआ हो तो मेरे साथ या मेरे जैसों के साथ अपने मन माफिक बर्ताव कर अपने मन की कर ही सकते हैं ,आप सब को रोकने वाला कौन है , उपर वाला तो नीचे आने से रहा .
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