जोरू टटोले गाठरी , और माँ टटोले पेट
सौ नौकर के बीच में, मौज उड़ाए सेठ
सौ नौकर के बीच में, मौज उड़ाए सेठ
यानी पत्नी को फ़िक्र रहती हैं मेरे पति के पास कितना धन हैं किसी को दे तो नहीं रहा जबकि माँ को चिंता रहती हैं मेरे बेटे का पेट अच्छी तरह भरा हैं या नहीं -
और सेठ / नेता /अधिकारी लोग अपने धन /पद /रौब से नौकरो के बीच निठल्ले बने रहकर मौज उड़ाते हैं
और सेठ / नेता /अधिकारी लोग अपने धन /पद /रौब से नौकरो के बीच निठल्ले बने रहकर मौज उड़ाते हैं
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