Saturday, 23 March 2019

ब्याज और स्वार्थ 24x7
के दुश्मन
(दीमक की तरह, लगातार बिना रुके, दिनरात)
 मितब्ययिता एवं मित्रभाव
कभी न त्यागें।
खाने, त्योंहार, कारज-परोजन, शादी, श्राद्ध के लिये कर्ज न लें, न दें।

No comments:

Post a Comment