Thursday, 14 February 2019

साथ उनका मिले जो सीखते सिखाते चले, कुछ लें, कुछ दें, कुछ निराई गोड़ाई, सिंचाई करते करवाते रहे, न हो तो पुराने सूखे पत्ते ही मिले जिससे अंत में खाद तो बने, नमी तो बनी रहे।
कड़ी धूप से भी कीड़े मकोड़े मरते रहते हैं।
साथ बड़जन, सफल का लो। बड़ों को, स्थापित को साथ लो। उनके साथ उठो बैठो जो पहचान बना पायें है, जिन्हें दुनिया मानती समझती है।

*केवल मनोरंजन से बचो, केवल मनोरंजन के साथ से बचो।*

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