Thursday, 14 February 2019


  • भूत-भविष्य, इतिहास-भूगोल से डरता रहा हूँ मैं! कभी दुबकते हुए, कभी सुबकते हुए! डर तो लगा , पर भागा नहीं, डटा, अड़ा, लड़ा वहीं जहाँ डराया गया।

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