जीवन नहीं है
मक्खन-मिश्री, टाफी-चॉकलेट,
मटरगस्ती फूलटाईम !
यह है एक पुरुषार्थ,
कभी कड़ा कभी नरम, कभी ठंडा कभी गर्म
कभी नमी कभी सूखा,कभी पेटभर कभी भूखा
मक्खन-मिश्री, टाफी-चॉकलेट,
मटरगस्ती फूलटाईम !
यह है एक पुरुषार्थ,
कभी कड़ा कभी नरम, कभी ठंडा कभी गर्म
कभी नमी कभी सूखा,कभी पेटभर कभी भूखा
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