Judicial discussion by R . K . Rateria
Wednesday, 23 September 2015
वकीलों का समाज नीचे से उपर तक समाज की अन्य सारी ब्यवस्थाओं के सामानान्तर फैले एक ब्यापक आईने की तरह है जिसमें गत, आगत तथा अनन्त , भूत-भविष्य सारे के सूक्ष्म लक्षण मिलते हैं, छायाचित्र दिखते है और परिश्रम करने पर समाधान भी, यह एक श्रोत- समूच्चय है
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