Tuesday, 31 December 2013

आज की रात की  चाँदनी में  ,
कल सुबह नहाया धोया
अरुणाभ बच्चा सूरज
चौदहवी का सूरज
नयी आशाओ  के  संग
राग रंग  भरे अंग अंग
आपके आशीर्वाद  की प्रतीक्षा में
आप के  सपनो  की रक्षा में
सादर समर्पित -
चौदहवी का सूरज
हर दिन बसन्त लाये  

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