इस शाख पर उल्लू बैठा था
उस शाख पर उल्लू बैठा था
उल्लू बन कर कैसा ऐंठा था
ऐंठा उल्लू अकड कर बैठा था
पहले उल्लू बनना मजा था
आज उल्लू बनना सजा है
काम भी करना पड़ता है
बात भी सुननी पड़ती है .
अब उल्लू किताब पढ़ता है
अब उल्लू हिसाब देता है
हर उल्लू सटक कर बैठा है
हर साख पर उल्लू नहीं बैठा है
उस शाख पर उल्लू बैठा था
उल्लू बन कर कैसा ऐंठा था
ऐंठा उल्लू अकड कर बैठा था
पहले उल्लू बनना मजा था
आज उल्लू बनना सजा है
काम भी करना पड़ता है
बात भी सुननी पड़ती है .
अब उल्लू किताब पढ़ता है
अब उल्लू हिसाब देता है
हर उल्लू सटक कर बैठा है
हर साख पर उल्लू नहीं बैठा है
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