मैनें जीवन से यही सीखा है कि हर या जीत का यह गोरख धंधा तो अनवरत, बिना रुके चलता ही रहेगा।
लड़ते रहिये, लड़ते रहिये और लड़ते रहिये।
आप लड़ें या न लड़ें, संघर्ष तो सदैव चलना ही है।
आप हार के डर से न लड़ें तो भी आप हार से बच नहीं सकते।
जीत तो कभी होती नहीं।
जिसे आप जीत कहते है यदि उसके बाद आपने लड़ना बन्द कर दिया तो भी हार निश्चित है। हार से बचने का एक मात्र रास्ता है - लड़ते रहिये, लड़ते रहिये और लड़ते रहिये।चलते रहिये, चलते रहिये, चलते रहिये।
जीवन में विश्राम या लक्ष्य जैसा कुछ नहीं होता।जिसे आप मंजिल कहते है वह बस एक नई यात्रा की शुरुआत भर है।
जीवन यात्रा में कोई भी मंजिल इतनी बड़ी नहीं होती कि आप विश्राम कर सकें।
लड़ते रहिये, लड़ते रहिये और लड़ते रहिये।
आप लड़ें या न लड़ें, संघर्ष तो सदैव चलना ही है।
आप हार के डर से न लड़ें तो भी आप हार से बच नहीं सकते।
जीत तो कभी होती नहीं।
जिसे आप जीत कहते है यदि उसके बाद आपने लड़ना बन्द कर दिया तो भी हार निश्चित है। हार से बचने का एक मात्र रास्ता है - लड़ते रहिये, लड़ते रहिये और लड़ते रहिये।चलते रहिये, चलते रहिये, चलते रहिये।
जीवन में विश्राम या लक्ष्य जैसा कुछ नहीं होता।जिसे आप मंजिल कहते है वह बस एक नई यात्रा की शुरुआत भर है।
जीवन यात्रा में कोई भी मंजिल इतनी बड़ी नहीं होती कि आप विश्राम कर सकें।
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