Tuesday, 7 April 2015

क्या खूब खेलते हो ,खेल खेलते हो ,हमे खिलौना बना कर यह कैसा खेल किस लिये खेलते हो ,
क्या खूब खिलाते हो ,खेल खिलाते हो ,हमें खिलौना देकर हाथ में ,यह खेल किस लिये खिलाते हो
खेल को कभी खेल कहते हो ,इसी खेल में  कैसे कैसे खेल खेलते हो ,न जाने कब खेल समेट लेते हो
थका देते हो ,खेल खेल कर कैसे खिला देते हो ,खेल खेल में किससे किससे कैसे कैसे मिला देते हो
हमें ही खेल बना देते  हो, जब जी चाहा खेल लिया ,खिलौना बना कभी खेला, कभी बनाया खिलाड़ी है
हम भी खेल देते है ,जब कभी नादानी में खेल भी लेते हैं ,तोड़ देते बना बनाया खिलौना बन अनाडी हैं 

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