भब्य्ता की होड़ में कथित धार्मिक पूजा पाठों ,धर्मिक स्थलों की विकृति छिपाने के प्रयास से ह्म क्या हासिल करना कहते हैं , ये भब्य धार्मिक आयोजन आखिर किस उपयोगिता का सृजन करते हैं .क्या ये वास्तव मे शुद्ध व्यावसायिक आयोजन अथवा क्रियाएँ ही नहीं हैं .
No comments:
Post a Comment