Saturday, 4 April 2015

भब्य्ता की होड़ में कथित धार्मिक पूजा पाठों  ,धर्मिक स्थलों  की विकृति छिपाने के प्रयास से ह्म क्या  हासिल करना कहते हैं , ये भब्य धार्मिक  आयोजन आखिर किस उपयोगिता का सृजन करते हैं .क्या ये वास्तव मे शुद्ध व्यावसायिक आयोजन  अथवा क्रियाएँ ही नहीं हैं .

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