लप लप लप लपलपाती आग
सप सप सप सपसपाती आग।
अब मत रुक ,छटपटाती भाग
डर मत ,कह ,फुंफकारती जाग।
जबान चिपकी ,तब नैनन बोल
अँधेरी रात के ,सब परदे खोल।
अब मत लुट , अब मत छोड़
ये सब हैं झूठ ,इनका मद तोड़।
सप सप सप सपसपाती आग।
अब मत रुक ,छटपटाती भाग
डर मत ,कह ,फुंफकारती जाग।
जबान चिपकी ,तब नैनन बोल
अँधेरी रात के ,सब परदे खोल।
अब मत लुट , अब मत छोड़
ये सब हैं झूठ ,इनका मद तोड़।
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