Monday, 22 August 2016

चड्डी खोल जो तालाब कुँए न नहा सके , जो न दे सके माँ-बहन की गाली है
वो तो मौगा लड़क-छोरा है ,
भरे बाजार जो खुला मूते , बात बात पर देवे गाली सबको बतावे घरवाली है
वही तो मर्द ,बाकी छक्का है

बोलो बच्चों से गलती तो होती रहती है
जय बोलो मर्दो वाले कानून जी की जय 

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