सबसे अच्छा ज्ञान है यह ज्ञान होना कि जो अब तक सीखा सिखाया गया है , जाना -जनवाया गया है , अनुभव किया गया है , भोगा - चखा गया है , वह किसी भी प्रकार अंतिम न है , न हो सकता है , उसमे सुधार होगा ही - आज या कल।
बस सब कुछ देश , काल , परिस्थिति , हमारी समझ , शक्ति के अनुसार बदलता ही रहेगा , अपने सर्वोत्तम विवेक का अतिरिक्त धैर्यपूर्वक अतिरिक्त साहस के साथ अतिरिक्त सहनशक्ति से बिना पूर्वाग्रह के भूत से बंधे आगे बढ़ना है - बिना भूत के लिए उदास हुए।
कुछ भी रुकेगा तो है नहीं।
यह सब पढ़ते पढ़ते भी बहुत कुछ बदल गया , आगे बढ़ गया।
आज तक कोई भी नदी , सागर , वायु , धरा , अग्नि , व्यक्ति लौट कर पूर्व की स्थिति में वापस नहीं लौटा , न हीं एक स्थिति में पल भर के लिए भी टिका।
कोई भी किसी भी परिस्थिति में परिवर्तन को रोक नहीं सकता , ब्यर्थ अपनी ऊर्जा लगा निराश हो सकता है।
बस सब कुछ देश , काल , परिस्थिति , हमारी समझ , शक्ति के अनुसार बदलता ही रहेगा , अपने सर्वोत्तम विवेक का अतिरिक्त धैर्यपूर्वक अतिरिक्त साहस के साथ अतिरिक्त सहनशक्ति से बिना पूर्वाग्रह के भूत से बंधे आगे बढ़ना है - बिना भूत के लिए उदास हुए।
कुछ भी रुकेगा तो है नहीं।
यह सब पढ़ते पढ़ते भी बहुत कुछ बदल गया , आगे बढ़ गया।
आज तक कोई भी नदी , सागर , वायु , धरा , अग्नि , व्यक्ति लौट कर पूर्व की स्थिति में वापस नहीं लौटा , न हीं एक स्थिति में पल भर के लिए भी टिका।
कोई भी किसी भी परिस्थिति में परिवर्तन को रोक नहीं सकता , ब्यर्थ अपनी ऊर्जा लगा निराश हो सकता है।
No comments:
Post a Comment