प्रश्न नहीं है मेरे गिरने का ,
प्रश्न यह भी नहीं कि मैं गिरा या नहीं
प्रश्न यह भी नहीं कि मुझे गिरा सकोगे या नहीं
प्रश्न यह भी नहीं कि मुझे गिराओगे या नहीं
प्रश्न यह है कि मैं कब तक शाख पर लटकूँगा
प्रश्न यह है कि मैं क्या कभी बीज बनूंगा
प्रश्न यह है कि क्या मैं गिर सकूंगा
प्रश्न यह है कि गिर कर मैं फिर अंकुर सकूंगा
प्रश्न यह है कि क्या मैं नये को जन्म दे सकूंगा
क्या मैं तुम्हे उठाने के लिये गिर तक नहीं सकता
आओ मैं गिरता हूँ , तुम तो उठो
मेरे गिर जाने से मत घबराओ , तुम उठो तो सही
मैं खुद नही गिरा तो समय गिरा ही देगा
अपनी आँखों में खुद गिरने से तो अच्छा ही है
तुम्हारी निगाहों में गिरुं , मैं न सही , तुम तो उठो
तुम उठ जब जाओगे तो मैं खुद ही खड़ा हो जाऊंगा
और यह सब तुम ही बताओगे क्यों की तुम्हें ही मालूम है
केवल तुम जानते हो कि तुम उठे क्यों कि मैं गिरा .
तुम चढ़े हो क्यों कि मैं उतरा हूँ .
प्रश्न यह भी नहीं कि मैं गिरा या नहीं
प्रश्न यह भी नहीं कि मुझे गिरा सकोगे या नहीं
प्रश्न यह भी नहीं कि मुझे गिराओगे या नहीं
प्रश्न यह है कि मैं कब तक शाख पर लटकूँगा
प्रश्न यह है कि मैं क्या कभी बीज बनूंगा
प्रश्न यह है कि क्या मैं गिर सकूंगा
प्रश्न यह है कि गिर कर मैं फिर अंकुर सकूंगा
प्रश्न यह है कि क्या मैं नये को जन्म दे सकूंगा
क्या मैं तुम्हे उठाने के लिये गिर तक नहीं सकता
आओ मैं गिरता हूँ , तुम तो उठो
मेरे गिर जाने से मत घबराओ , तुम उठो तो सही
मैं खुद नही गिरा तो समय गिरा ही देगा
अपनी आँखों में खुद गिरने से तो अच्छा ही है
तुम्हारी निगाहों में गिरुं , मैं न सही , तुम तो उठो
तुम उठ जब जाओगे तो मैं खुद ही खड़ा हो जाऊंगा
और यह सब तुम ही बताओगे क्यों की तुम्हें ही मालूम है
केवल तुम जानते हो कि तुम उठे क्यों कि मैं गिरा .
तुम चढ़े हो क्यों कि मैं उतरा हूँ .
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