बाबा ,दादा , भाई, अंकल - क्या केवल इन्हीं लोगो को कहने का हक रहेगा -चल ,खुश हुआ , जा अब ऐश कर
मेरी पहुँच बाबा तक है ,मैं दादा का खास हूँ ,भाई तो मेरे अपने हैं ,अरे वे तो मेरे अंकल लगते हैं ,कल ही तो मैं उनके यहाँ डीनर पे गया था ---- क्या बस इससे ही हम-हमारा -हमारे चलेंगें .
मेरी पहुँच बाबा तक है ,मैं दादा का खास हूँ ,भाई तो मेरे अपने हैं ,अरे वे तो मेरे अंकल लगते हैं ,कल ही तो मैं उनके यहाँ डीनर पे गया था ---- क्या बस इससे ही हम-हमारा -हमारे चलेंगें .
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