Thursday, 1 January 2015

तुम विवादों से डरते क्यों हो ?.तुम्हारे पहले क्या विवाद नहीं थे ?. तुम्हारे बाद क्या विवाद नहीं रहेंगे ?. तुम विवादों को जन्म नहीं दोगे तो क्या विवाद नहीं पैदा होंगे ? क्या जो विवाद तुम्हारे पहले पैदा हुए हैं वे समय के साथ सुलझा नहीं लिए गये ?
क्या विवादों को सुलझाने का लगभग एक क्रम सा नहीं चलता आ रहा है  ?.
स्वयं को विवाद का कारण बनने दो . किसी विवाद के केंद्र में आने की हिम्मत तो  करो .
विवाद ही तुम्हारी परीक्षा होंगे . विवाद ही तुम्हारी कसौटी होंगे .विवाद ही तुम्हे प्रमाणित करेंगे .
विवाद का होना या न होना ही तुम्हारे होने या न होने का प्रमाण होंगे .
 विवाद ही क्रिया है .विवाद ही प्रतिक्रिया है .
विवाद है तभी तो तुम हो .तुम हो तभी तो विवाद है .

No comments:

Post a Comment