और क्रिकेट को अब तो राष्ट्रीय प्रश्न, गौरव, लक्ष्य, समस्या, चिंतन तथा कर्तव्य घोषित कर ही दिया जाना चाहिये ---हा-हा क्रिकेट दुर्दशा देखि न जाई --विधि-के ये लेख बाँच हो भाई ,सब मिली बैठ विचर हो भाई --राजा, प्रजा , विदु , गुनी सब देख जाई------ सब मिली कर एकर सफाई -----
किरक्रेट सम कछु दूजा न भाई-----
किरक्रेट सम कछु दूजा न भाई-----
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