उन्होंने कहा - केवल होने से नहीं होता , लगना पड़ता है।
मुझे लगता है - जो लगने से मिले सो भीख -भीख लूँ क्यों।
लगूँ क्यों - यदि हूँ तो मानो , नहीं तो नहीं -लगना क्यों।
यदि मेरी जरूरत हो तो ठीक ,लग कर खुशामद नहीं।
खुशामद की उम्मीद क्यों करते हो ,बेईमानी के लिए
बेईमान नहीं बनूँगा , खुशामद नहीं करूँगा , बस इतना ही।
मुझे लगता है - जो लगने से मिले सो भीख -भीख लूँ क्यों।
लगूँ क्यों - यदि हूँ तो मानो , नहीं तो नहीं -लगना क्यों।
यदि मेरी जरूरत हो तो ठीक ,लग कर खुशामद नहीं।
खुशामद की उम्मीद क्यों करते हो ,बेईमानी के लिए
बेईमान नहीं बनूँगा , खुशामद नहीं करूँगा , बस इतना ही।
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