छोटा आदमी
बहुत अदब से रखता है
पैर / जुबान / हाथ
बड़ी जगह पर ,
बहुत अदब से रखता है
पैर / जुबान / हाथ
बड़ी जगह पर ,
धीरे धीरे गुजरता है
बाजार से ,
डरता है कहीं कोई
किसी अनजानी/बेमानी सी बात पर
उसकी पतलून ना खींच दे |------- उद्धृत - विशाल कृष्ण सिंह
बाजार से ,
डरता है कहीं कोई
किसी अनजानी/बेमानी सी बात पर
उसकी पतलून ना खींच दे |------- उद्धृत - विशाल कृष्ण सिंह
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