Tuesday, 21 May 2019

मैं तो आपको पूरी तरह जानता भी नहीं। मैं सीधे आप से कैसे सम्बोधित !
हाँ, में संवाद करते रहता हूँ। यदि आपको आपके प्रयोजन का कुछ मील ही जाए तो आश्चर्य किये बिना अपने विवेकानुसार प्रयोग करें। मैं तो हूँ ही।
आप ही नहीं !
बहुत से मित्र आप ही कि तरह से मुझे पूछते रहते हैं।
यह मेरे लिये अस्वाभाविक प्रश्न नहीं है।
शेष शुभ।
सदा उपलब्ध।
🙏🙏

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