Friday, 1 September 2017

किसी भी ब्यवस्था ,संस्था ,समाज की असली ताकत इतिहास में हो चुकी गलतियों को स्वीकार करने में है - पुनरावृत्ति -प्रतिशोध के आग्रह में नहीं। 

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