Friday, 8 September 2017

किसी लेखक , संवाददाता , रिपोर्टर , मिडिया हॉउस की प्रस्तुति आपको अच्छी नहीं लगी , मनोनुकूल नहीं है - उसे मत पढ़िये।  उसकी उपेक्षा कीजिये। जबरदस्ती तो आपको पढ़ने कहा नहीं जा रहा।
मैं हूँ या आप , किसी को लाठी ले सड़क पर अशान्ति फ़ैलाने का अधिकार नहीं। 
हाँ , यदि आप अपने अभिब्यक्ति के अधिकार की रक्षा चाहते है तो उनके भी अभिब्यक्ति के अधिकार की रक्षा होनी चाहिए।
घृणा फैलाईयेगा तो घृणा ही मिलेगी। 

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