बात होती है आज की , अभी की , और मेरी
और इतराये वह जो चला गया या जायेगा।
उगाया,किया, कराया, सजाया सब आज का
मौज करे लहराये , सजे धजे हमारा इतिहास।
और इतराये वह जो चला गया या जायेगा।
उगाया,किया, कराया, सजाया सब आज का
मौज करे लहराये , सजे धजे हमारा इतिहास।
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