Tuesday, 20 December 2016

जो कौम लड़ना छोड़ केवल अहिंसा के बल पर जीना चाहती है उन्हें चींटी , चिड़िया ,कीट ,पतंगों से ही कुछ सिख लेना चाहिए ।
वैसे मनुष्य अन्य जीवों की तरह शांत ,शुद्ध और सन्तोषी शायद नहीं हो सकता ।
पर आत्म रक्षा करना तो सीखो रे भाई, उसका अभ्यास करते रहो , अभ्यास छूटे नहीं मेरे भाई ।आत्म रक्षा करना जिव मात्र का स्वभाव और अधिकार है ।
इसके विपरीत शिक्षा विकृति ही है ।

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