Tuesday, 20 December 2016

क्या हमारे न्यायाधीश , अधिवक्तागण , जाँच एजेंसियां , इ एविडेन्स संग्रह प्रणाली , इ एविडेन्स सरक्षण प्रणाली , इ एक्जीवित सुरक्षा सिस्टम , न्यायालय के अधिकारी , कर्मचारी और जनता ,सर्वसाधारण  कैशलेस सिस्टम की ओर बढ़ते कदम के कारण पैदा होने वाले नए अनुभव ,प्रश्न , विधिक समस्या , इ एविडेन्स तथा उनसे सम्बंधित मुकदमों  को न्यायालय में ले जाने , उनकी जाँच और निर्णय को अमली जामा पहुचाने के लिये क्षमता रखते है , क्या आने वाली परिस्थिति के लिए तैयार हैं।
बड़ी कड़ी चुनौती पेश आने वाली है ।
नयी प्रकार की जो आज तक नहीं थी ।

No comments:

Post a Comment