अपनी पहचान तो बनाओ , उपस्थिति तो नोट हो जाने दो , तुम्हे जान तो जावे , पहचान तो धीरे धीरे बनेगी , गुण का महत्व नहीं , मूल्य भी नहीं
महत्व में गुण है, महत्व का मूल्य है
मुहर में महत्व है ,मुहर ही महत्व है उस जमात में घुसो तो सही - उस पहले से बने घेरे में घुसने में ही बड़ा लफड़ा है , लोग घुसने ही नहीं देते ।
बाद में ऊपर उठने - चढ़ने - बढ़ने का प्रयास किया जा सकता है ।
एक बार उग- जम तो जाओ ।
बस अपने आप को नष्ट होने से बचाओ। वे सब तुम्हें उजाड़ेंगे ,उखाड़ेंगे , तोड़ेंगे , फोड़ेंगे - उजड़ना मत ,उखड़ना मत , टूटना मत ,फूटना मत , भागना मत ।
बने रहो तब ऊपर देखेंगे ।
महत्व में गुण है, महत्व का मूल्य है
मुहर में महत्व है ,मुहर ही महत्व है उस जमात में घुसो तो सही - उस पहले से बने घेरे में घुसने में ही बड़ा लफड़ा है , लोग घुसने ही नहीं देते ।
बाद में ऊपर उठने - चढ़ने - बढ़ने का प्रयास किया जा सकता है ।
एक बार उग- जम तो जाओ ।
बस अपने आप को नष्ट होने से बचाओ। वे सब तुम्हें उजाड़ेंगे ,उखाड़ेंगे , तोड़ेंगे , फोड़ेंगे - उजड़ना मत ,उखड़ना मत , टूटना मत ,फूटना मत , भागना मत ।
बने रहो तब ऊपर देखेंगे ।
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