Judicial discussion by R . K . Rateria
Friday, 29 May 2015
मुझे दया नहीं अधिकार चाहिए। मैं खाये बिना , पिये बिना , रह सकता हूँ पर अपनी मर्जी से सम्मान के साथ खाने-पीने ,रहने- सहने , जीने- मरने , नाचने - गाने के अधिकार के बिना नहीं रह सकता। और हाँ , इस अधिकार की ओर आँख उठा कर ताकना मत नहीं तो.………
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