भारतीय दंड विधान के वे प्रावधान अवश्य जाने जिनके कारण कोई कृत्य अपराध की परिभाषा से बाहर हो जाता है।
भारतीय दंड विधान की उन धाराओं को भी जाने जो आपके प्रत्यक्ष अपराध में लिप्त नहीं होने पर साथ, सहयोग, साधन, अपराध के पहले या अपराध के बाद में के आधार पर आपको भी अपराधी बना सकता है।
राष्ट्र हित में मौलिक कर्तव्यों का ज्ञान, पर हित मे सभी को प्राप्त मौलिक अधिकारों का ज्ञान और भारतीय संविधान की प्रस्तावना का हरदम ध्यान रखिये।
समसामयिक पर्यावरण कानून, सार्वजनिक यातायात, वाहन के कानून, जन्म मृत्यु , बैंक, टैक्स के साधारण कानून की जानकारी रखें।
जरूरत पड़ने पर कब किस शासकीय अधिकारी से आपको क्या अपेक्षा का अधिकार है, कैसे है कितना है और यह अपेक्षा पूर्ण न हो तो आपके उपचार कैसे प्राप्त कर सकेंगे इसकी प्राथमिक जानकारी आपको होनी चाहिये।
और हाँ, आपको पुलिस के अधिकारों की सीमा और पुलिस के प्रति अपने कर्तव्यों की भी जानकारी होनी ही चाहिये।
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