Thursday, 7 September 2017

सत्तर बीघा- नींव, बारह बीघा - बैठका, तीन बीघा- खाँड़ी , सत्रह नाद , छब्बीस खूंटा ,तीन आंगन
सीजनल फूल , नाच ,गाना , पेंटिंग तुम नहीं तो क्या मैं करूँगा।
पिंगल तुम नहीं पढ़ोगे  तो क्या मैं पढ़ूँगा ...

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