Saturday, 7 September 2013

मेरे हिस्से की धूप ,दई दो जी
मेरे हिस्से की धूप दई दो जी।
मैं मागण नई आई जी ,दई दो जी
मैं तो लेण आई हिस्सा,दई दो जी

धरती म्हारी,सूरज म्हारो
चाँद तारा म्हारा रई सी जी
मीनख म्हारा, मेनत म्हारी
कुँआ,बावडी म्हारी रई सी जी।

ढोर- म्हारा,ठौर म्हारा
ड्योढ़ी म्हारी रई सी जी
थे जाणौं थारा काम जाण
थै सारा म्हारा रई सो जी।

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