आज और अब , बस आगे ही देखना , चलना है ,अभी और बहुत चलना है , एक देश , महादेश , ग्रह ; ये सब सीमाएँ हमारी - आपकी ही बनाई हुई हैं , इसके बहुत आगे , ऊपर , नीचे , परे चलते ही जाना हे , बिना थमे , रुके , डरे ,, अकेले हो तब भी।
एक प्रोफ़ाइल में बन्धना नहीँ।
एक प्रोफ़ाइल में बन्धना नहीँ।
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