Sunday, 13 December 2015

सूरज की रौशनी का बँटवारा तो हमारी बनाइ दिवारों ने किया.
दीपक ने रौशनी कब छुपायी , चुरायी.
चबूतरे पर , मन्दिर में , श्मशान में , पीपल के पेड़ के नीचे ,परकोटे पर , रनिवास में , ,तहखाने में , कोठे पर ,अस्तबल में , अस्पताल में, झोपड़ी में ,महल में , गद्दी पर , गड्ढे में, जीनी में , मरनी में एक जैसी रौशनी दिया करता है .

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