Wednesday, 26 August 2015

यदि आपको निर्णय लेने के योग्य बनाया गया है , आपने वह योगयता मेहनत , संघर्ष कर के हासिल की है , इस मुकाम तक पहुँचने के लिये वास्तविक त्याग किया है तो आपको अपनी उसी क्षमता पर विश्वास कर सबसे पहले खुद अपने- आप के लिये निर्णय लेने को तैयार होना होगा , निर्णय लेना होगा और वह भी जिम्मेदारी के साथ, फलाफल के पूरे आभास के साथ, दायित्व के साथ.
निर्णय की योग्यता आपकी, क्षमता आपकी , अधिकार आपका , दायित्व आपका , निर्णय आपका, निर्णय के सब्जेक्ट-औब्जेक्ट -औथीरिटी आप .
स्वतन्त्रता और अतिरिक्त यश - श्रेय के लिये इतना तो करना होगा
अन्यथा सपने देखना , महत्वाकांक्षी होना छोड़ दो.
बन जाओ वही , बने रहो वही जो है, जो हो .
खतरे तो हैं , रहेंगें.
यदि थोड़ा सा अतिरिक्त लड़ कर आगे बढ़ लिये तो दुनिया आपकी मुट्ठी में
जीत बिलकुल मुमकिन है - फिर तुम अतिरिक्त योग्य हो , तुम्हारे पास साधन है, साथ है ,सामर्थ्य है- किसी चीज की कमी नहीं है
आगे बढ़ जीत को कर लो अपनी गिरफ्त में
जीतना अधिक सहज है , केवल लग जाना है.
हारने के लिये कुछ करना थोड़े ही है !!!

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