Friday, 16 December 2022

Thursday, 8 December 2022

 दिल्ली के बाहर भी एक भारत बसता है। हमें उसके बारे में जानना होगा। उन्होंने कहा जिला अदालतों (District Courts) पर हमें ध्यान देना होगा। कहा कि न्याय के अधिकार (Right To Justice) को साकार करने में एक महत्वपूर्ण घटक (Components) यह सुनिश्चित करना है कि पूरा न्यायिक इंफ्रास्ट्रक्चर (Judicial Infrastructure) हो, जो जिला स्तरीय अदालतों (District Level Courts) से शुरू होगा।

कहा- औपनिवेशिक काल में इमारतों का वास्तुशिल्प डर पैदा करने के लिए बनाए गये थे

Tuesday, 6 December 2022

 वैसे अपने लिये आगे के मार्ग पर आगे बढ़ने , स्वविवेक से स्वाध्याय , स्व-विवेचन , स्वकीय -प्रज्ञा , अंतर्ज्ञान के आधार पर कभी कोई रोक नहीं है।

आगे की यात्रा में भी उनके अनुभव -प्रकाश का अवलम्ब लिया ही जा सकता है।

हाँ सावधानी जरूरी है, अतिरेक -ब्यसन-अतिरंजना - विष्फोटक उद्वेग से बचते आगे बढ़ना चाहिए - रास्ते में मिले अनुभवों -प्राप्त निष्कर्षों का सावधानी से विवेचन ही और आगे प्रखरता से बढ़ने का मार्ग है - प्रमाणित -परखा सिद्ध -अनुभूत मार्ग !!!

Sunday, 4 December 2022

 

स्वरचित नहीं है,  उद्धृत है। 

🧍ल ल ल लड़के 😊


🚶 लड़के ! हमेशा खड़े रहे...

खड़े रहना उनकी मजबूरी नहीं रही बस !

उन्हें कहा गया हर बार,

चलो तुम तो लड़के हो 

खड़े हो जाओ.😁


✒️छोटी-छोटी बातों पर वे खड़े रहे ,

कक्षा के बाहर.. स्कूल विदाई पर😁


📸 जब ली गई ग्रुप फोटो, लड़कियाँ हमेशा आगे बैठीं, और लड़के बगल में हाथ दिए पीछे खड़े रहे.

वे तस्वीरों में आज तक खड़े हैं..😁


🎙️कॉलेज के बाहर खड़े होकर, 

करते रहे किसी लड़की का इंतज़ार,

या किसी घर के बाहर घंटों खड़े रहे,

एक झलक, एक हाँ के लिए. 

अपने आपको आधा छोड़ वे आज भी 

वहीं रह गए हैं...😁


🏡बहन-बेटी की शादी में खड़े रहे,

मंडप के बाहर बारात का स्वागत करने के लिए.

खड़े रहे रात भर हलवाई के पास,

कभी भाजी में कोई कमी ना रहे.

खड़े रहे खाने की स्टाल के साथ,

कोई स्वाद कहीं खत्म न हो जाए.😁


🎈खड़े रहे विदाई तक 

दरवाजे के सहारे और टैंट के 

अंतिम पाईप के उखड़ जाने तक.

बेटियाँ-बहनें जब तक वापिस लौटेंगी

वे खड़े ही मिलेंगे...

वे खड़े रहे पत्नी को सीट पर बैठाकर,

बस या ट्रेन की खिड़की थाम कर वे खड़े रहे😁 


🏋️बहन के साथ घर के काम में,

कोई भारी सामान थामकर.

वे खड़े रहे 😁


🛐माँ के ऑपरेशन के समय

ओ. टी.के बाहर घंटों. वे खड़े रहे 👌


🔥पिता की मौत पर अंतिम लकड़ी के जल जाने तक. वे खड़े रहे ,

अस्थियाँ बहाते हुए गंगा के बर्फ से पानी में.👌


🙋लड़कों ! रीढ़ तो तुम्हारी पीठ में भी है,

क्या यह अकड़ती नहीं.....?🤩

🎧 सभी लड़कों को समर्पित 🚩

 https://byjus.com/free-ias-prep/industrial-disputes-act/

 https://www.yourarticlelibrary.com/industries/industrial-disputes/essay-on-industrial-disputes-meaning-causes-and-settlement/90555