Thursday, 11 November 2021
Friday, 13 August 2021
Tuesday, 1 June 2021
Sunday, 30 May 2021
Terrific versatile judge with multi talking skill, a learner judge, anexity gets better if him,learned, jurisdiction, full of kindness, helping attitude towards downtrodden, straightforward for everything on mouth, normal, tough, caring, evergreen, guardian in all seasons, honest, great analyst, brain like Chanakya, poor listener, jack of all trade, master of law, marg दर्शक, विचारक, सहयोगी, समाज सुधारक, अनुकरणीय, कानून विशेषज्ञ, सकारत्मक, फ़र्श से अर्श तक, अनुभवी, परम्परा से लड़ते हुए, लालच को हटाते रहे, कुछ नई परंपरा विकसित करते, उत्सुक,नई पीढ़ी में उड़ेल देने को तैयार,mentor, without fear or favour, speaks from vast experience, walking human library, guru, old by age, not by mind, still young, 100% साफ खरा खरा , ( ज्ञान, शिक्षा, नैतिकता, विधि, अनुशासन, कठोर, कर्मठ, गुस्सा, प्यार, का आनुपातिक दर्शन, कठोर निर्दयी अपने प्रति, संघर्ष का दूसरा नाम,स्वभाव से अक्खड़,स्पष्ट पर मृदुभाषी,आडंबरहीन, स्वनिर्मित, सच्चा हिन्दुस्तानी, गागर में सागर,संतुलित, सौम्य, पुस्तक व्यसनी, सामाजिक, next generation ke लिये example, अच्छी पर्सनालिटी,अच्छा जज, innocent , fit with all, helpful, satisfied, strong belief, eager to do for betterment of society, maintain boundary, like freedom, tied up in duty, happy and nice, a pencil sharpener like cutter, उबाऊ, खपाऊ, डुबाऊ, अनुचित, अनैतिक,
Friday, 7 May 2021
Wednesday, 28 April 2021
प्रेम ने प्रेम दिया, दुनिया दिखाई पर दास भाव से. सीखा तो सही ही. मनोबल तो बढ़ा ही होगा वर्ना उस वक्त कौन किसी भी तरह साथ लेता है. पर प्रेम किसी भी तरह आक्रमक ya vigorous नहीं हुए. हो भी नहीं सकते थे.
दिलीप स्वाभाविक साथ था, उसने साथ तो दिया पर भातृ भाव से, कुछ कुछ प्रतियोगिता शुरू से रही. दोष भाव के साथ साथ. कभी खुल कर नहीं.
आलोक ने खुल कर साथ दिया, खूब दिया, याद ही आता है. पर वह कभी आम नहीं हुआ. अशोक अग्रवाल, dr तिवारी, विनय जुड़े, बस एक बार. तिवारी ने उपयोग किया. बाल बाल बचा एक अंधी गली से .
अग्रवाल बंधु ने साथ दिया खेल खेल में. साधारण खिलाड़ी थे. पर पक्के खिलाड़ी थे. कोई संकोच नहीं. सार्वजनिक जीवन था. भरपूर बचपन का उपभोग.
ट्रेन आदि के अपने अनुभव हैं.
पावर प्ले था संजय का, फुल, का डब्लू का, बिट्टू का, शुभम का.
श्रद्धा थी मंजय की, संतोष की, सुधांशु की. राहुल की ये मोडरेट थे.
Wednesday, 14 April 2021
Tuesday, 30 March 2021
अपनी योग्यता से सफलता के लिये संघर्ष करते आपको राजनीति के वार तो बर्दास्त करने ही पड़ेंगे , आपके प्रतियोगी उचित अनुचित , नैतिक , अनैतिक सारे हथकंडे अपनायेंगे ही , भ्र्म , झूठ भी फैलायेंगें , इनसे बचना आपका काम है।
यदि नहीं बच सकते तो धर्म के नाम पर शहीद होने के अलावा कोई और रास्ता नहीं।सफलता ही सफलता है , योग्यता है - युद्धनीति योग्यता का एक आवश्यक अंग है , था , रहेगा।
पारस्परिक संघर्ष में शुद्धता ,पवित्रता का नहीं , आत्मरक्षा के सारे संभव साधनों की आवश्यकता होती है।